Breaking Update: CM Mohan Charan Majhi ने जताया गहरा खेद; पुरी भगदड़ पर 2 दिन में होगी पूरी जांच, सामने आएंगे दोषी

पुरी रथ यात्रा में भगदड़ की घटना पर मुख्यमंत्री Mohan Charan Majhiने जताया गहरा शोक, बोले—2 दिन में जांच पूरी कर दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई।
लखनऊ 29 जून 2025: मुख्यमंत्री Mohan Charan Majhi ने पुरी में गुंडिचा मंदिर के सामने हुई भगदड़ की घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और इसके लिए भक्तों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। उन्होंने कहा, “ये लापरवाही अक्षम्य है” और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। साथ ही दुःखद घटना में जान गंवाने वाले परिवारों को शक्ति देने की कामना की है।
उच्चस्तरीय बैठक में निर्णय का एलान
मुख्यमंत्री Mohan Charan Majhi ने पूरे मामले की जांच और भविष्य की यात्रा-समारोह की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसमें दो उपमुख्यमंत्रियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में तय हुआ कि दोषियों के खिलाफ जांच और सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आने वाली बहुदा यात्रा और सोनावेश जैसे अनुष्ठानों को शांति से संपन्न कराने के लिए विशेष दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का जबरदस्त बयान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस घटना पर दुःख जताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा, “ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति दे और परिवारों को सहनशीलता प्रदान करें।” साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा घायल हुए भक्तों को मेडिकल सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराने की अपील की।
जांच की गाइडलाइन्स – कौन जवाबदेह होगा?
कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने घटनास्थल पर पहुंचकर कहा है कि पुरी गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ की जांच जल्द शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, मुख्यमंत्री Mohan Charan Majhi ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि:
- सभी ज्वॉइंट सुरक्षा एजेंसियों को सहयोग देना होगा।
- भविष्य की यात्रा हेतु मेडिकल और मार्किंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
- स्थानीय प्रशासन को भीड़ नियंत्रण एवं आपातकालीन योजनाएं बनानी होंगी।
घायल भक्तों को बेहतर इलाज
राज्य सरकार ने पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल में घायल भक्तों के इलाज हेतु तुरंत सुविधाओं का प्रबंध कर दिया। मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से अस्पताल का दौरा कर चिकित्सकों और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी घायलों को सर्वोत्तम उपचार दिया जाए।
रोचक पृष्ठभूमि – गुंडिचा मंदिर और रथ यात्रा
- पुरी में प्रतिवर्ष आयोजित रथ यात्रा के दौरान यह कार्यक्रम निकाला जाता है।
- भगदड़ की घटना गुंडिचा मंदिर के सामने हुई, जहाँ भक्त शारदाबली के दर्शन करने इकट्ठा थे।
- स्थिति के नियंत्रण से पहले ही कई श्रद्धालुओं को चोट, परेशानी या हालात बिगड़ने के कारण अस्पताल ले जाया गया।
विशेषज्ञ सुझाव: भविष्य में ऐसी घटनाओं से कैसे बचें?
- भीड़ नियंत्रण व्यवस्था – मेडिकल और पानी की सुविधा ज़रूरी
- सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाना
- सीसीटीवी से निगरानी – भीड़ के बढ़ने पर तुरंत कार्यवाही
- आपातकालीन योजना – ब्रेक, एग्जिट रूट और मेडिकल बैकअप
Mohan Charan Majhi ने दिलाया भरोसा
यह घटना ओडिशा सरकार के प्रशासनिक और सुरक्षा प्रबंधन पर कई सवाल भी खड़े कर रही है। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु पुरी में महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा में शामिल होते हैं, ऐसे में crowd management की विफलता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री Mohan Charan Majhi ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि भविष्य की सभी धार्मिक यात्राओं और आयोजनों में crowd control को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और वालंटियर्स के बीच बेहतर समन्वय बनाकर, हर आपात स्थिति से निपटने की ठोस योजना बनाई जाएगी। सरकार का दावा है कि आने वाले वर्षों में पुरी रथ यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित और व्यवस्थित रूप दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री Mohan Charan Majhi ने घटना पर गहरी संवेदना जताई और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, भविष्य की यात्राओं में भीड़ नियंत्रण सुधार और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की स्पष्ट रूप से गारंटी दी। साथ ही वह इस संवेदनशील मामले की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं – ताकि पुरी रथ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण एवं संरक्षित हों।
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