मेरठ में भीषण हादसा: तूफान में मकान गिरने से मां-बेटी की दर्दनाक मौत, 5 घायल |

मेरठ: जिले के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात आए तेज आंधी-तूफान के दौरान एक पुराना मकान ढह गया, जिसके मलबे में दबे 7 लोगों में से एक महिला और उसकी 9 महीने की बेटी की मौत हो गई। 5 अन्य घायलों को रेस्क्यू टीम ने बचाया, जिनमें से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
क्या हुआ था?
- दरअसल स्थान मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट थाना अहमदनगर इलाका, में समय: रात करीब 9 बजे
- तेज आंधी के चलते कच्चे मकान का छज्जा गिरा, जिससे बगल के मकान संरचना ढह गई।उसके बाद पीड़ित: परिवार के 7 सदस्य मलबे में दब गए।
मृतकों की पहचान
- रुखसार (25 वर्ष): इंतखाब (परिवार के सदस्य) की पत्नी
- मायरा (9 महीने): रुखसार की नवजात बेटी
घायलों की स्थिति
- दिलशाद (28): बाएं पैर में चोट
- अहतेशाम (10) व मोबीना (8): हाथ-पैर में चोट
- 2 अन्य सदस्य: हल्की चोटें
रेस्क्यू ऑपरेशन
- तुरंत कार्रवाई: स्थानीय पुलिस व एनडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची।
- मलबा हटाकर 5 लोगों को बचाया गया।
- मृतकों के शव निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
क्यों गिरा मकान?
- पुरानी संरचना: मकान कच्ची ईंटों व कड़ियों से बना था।
- असुरक्षित छज्जा: छह फुट का छज्जा बिना सपोर्ट के बना था, जो पहले गिरा।
- बारिश व आंधी: मौसम की मार ने संरचना को कमजोर कर दिया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
- एसपी (ग्रामीण) का बयान: “मृतकों के परिजनों को मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की गई है।”
- अधिकारियों ने अन्य जर्जर इमारतों की जांच का आदेश दिया।
निष्कर्ष
यह हादसा मेरठ के झुग्गी-झोपड़ियों व पुरानी इमारतों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है। मानसून से पहले ऐसी संरचनाओं का अधिकारियों द्वारा निरीक्षण जरूरी है।
- मेरठ मकान गिरने की खबर