40 की उम्र, नौकरी का खतरा!” – CEO शंतनु देशपांडे ने दी करियर प्लानिंग को लेकर बड़ी चेतावनी

नई दिल्ली: बॉम्बे शेविंग कंपनी के CEO शंतनु देशपांडे ने हाल ही में एक ऐसा मुद्दा उठाया है, जो आज हर प्रोफेशनल के लिए एक रियलिटी चेक है। उन्होंने कहा कि 40 की उम्र पार कर चुके प्रोफेशनल्स बड़े पैमाने पर छंटनी के शिकार हो रहे हैं। कारण है – उनकी सीनियरिटी, ऊंची सैलरी और कंपनियों की कॉस्ट-कटिंग पॉलिसी।
करियर का ‘गोल्डन फेज़’, लेकिन नौकरी खतरे में!
शंतनु देशपांडे के अनुसार, ये वही उम्र होती है जब कोई प्रोफेशनल अपने करियर के उत्कर्ष बिंदु की ओर बढ़ रहा होता है। लेकिन अचानक नौकरी चले जाना न सिर्फ एक प्रोफेशनल सेटबैक होता है, बल्कि ये आर्थिक और मानसिक रूप से भी झटका देता है।
100 जिम्मेदारियां, लेकिन सेविंग्स ना के बराबर
उन्होंने बताया कि 40 की उम्र तक व्यक्ति पर बच्चों की शिक्षा, माता-पिता की देखभाल, होम लोन और हेल्थ इंश्योरेंस जैसी 100 जिम्मेदारियां होती हैं, लेकिन कई बार बैंक बैलेंस में सेविंग्स नगण्य होती है। ऐसे में नौकरी का जाना परिवार के लिए एक आपदा से कम नहीं होता।
मानसिक तनाव में डूबते प्रोफेशनल्स
WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह की अचानक छंटनियों से 40% वर्कर्स में गंभीर तनाव देखा गया है। खासकर भारत जैसे देशों में, जहां मिडिल एज पुरुषों पर पूरे परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी होती है।
शंतनु देशपांडे के 3 जरूरी सुझाव
LinkedIn पर एक पोस्ट में देशपांडे ने इस संकट से बचने के लिए तीन अहम सुझाव दिए हैं:
- AI जैसी नई टेक्नोलॉजी में खुद को अपस्किल करना
- फाइनेंशियल प्लानिंग और सेविंग्स पर फोकस करना
- एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट अपनाना, यानी खुद पर और अपनी क्षमताओं पर भरोसा करना
सोशल मीडिया पर मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
उनकी पोस्ट पर हजारों लोगों ने प्रतिक्रिया दी। कई लोगों ने साझा किया कि 40 की उम्र के बाद नई नौकरी पाना या स्किल बदलना कितना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि तब तक वे एक ही इंडस्ट्री में 15-20 साल बिता चुके होते हैं, और नए स्किल्स सीखने के लिए समय और पैसे की कमी होती है।
35 की उम्र के बाद से ही तैयारी जरूरी
देशपांडे की बातों को एक सतर्कता भरा अलार्म माना जा रहा है। उनका कहना है कि करियर की सुरक्षा अब सिर्फ नौकरी पर नहीं, बल्कि इस बात पर निर्भर करती है कि आप खुद को कितना अपडेटेड और लचीला बना रहे हैं।