Bhopal बना महिला शक्ति का मंच, PM Modi ने गिनाई 10 साल की उपलब्धियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज Bhopal पहुंचे जहां उन्होंने जंबूरी मैदान में लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित किया। जानिए इस दौरे के मुख्य बिंदु।

लखनऊ 31 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश की राजधानी Bhopal के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने जंबूरी मैदान में आयोजित लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाग लिया। इस भव्य आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण, नारी गरिमा और आत्मनिर्भर भारत के संकल्पों को एक नए आयाम पर पहुँचाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान महिला सशक्तिकरण से जुड़ी केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के माध्यम से देशभर में लड़कियों की शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता में बड़ा बदलाव आया है। इसी के साथ, जन धन योजना के अंतर्गत महिलाओं के नाम पर खोले गए बैंक खातों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे आर्थिक आत्मनिर्भरता को बल मिला है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से गरीब घरों की महिलाओं को धुएं से राहत मिली है, जिससे उनके स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार आया है।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने महिला स्वास्थ्य और सैनिटेशन (स्वच्छता) से संबंधित अभियानों पर भी प्रकाश डाला, जो महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अहम कदम हैं। प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में महिलाओं की भागीदारी — चाहे वह ग्रामीण भारत हो या शहरी क्षेत्र, दोनों स्तरों पर तेज़ी से बढ़ी है, जो आत्मनिर्भर और प्रगतिशील भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “देश की हर नारी देवी के रूप में पूजनीय है, और जब नारी सशक्त होगी तभी राष्ट्र सशक्त होगा।” उन्होंने कहा कि आज की महिलाएं रक्षा, विज्ञान, खेल, प्रशासन समेत हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं। अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें “नारी नेतृत्व का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा:

“भोपाल की धरती पर महिला सशक्तिकरण का यह महासम्मेलन, भारत की नारियों को प्रेरणा देने वाला है। अहिल्याबाई ने अपने कार्यों से समाज में महिलाओं के लिए मिसाल कायम की थी।”

Bhopal की अहमियत:

इस महासम्मेलन के लिए भोपाल का चयन इस कारण भी महत्वपूर्ण है कि यह शहर इतिहास और समकालीन महिला नेतृत्व दोनों का गवाह रहा है। पूर्व में बेगमों की रियासत और आज आधुनिक मध्यप्रदेश की राजधानी — भोपाल ने सदैव महिला सशक्तिकरण को जीवंत किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह Bhopal दौरा, केवल एक जनसभा नहीं था बल्कि महिलाओं के सम्मान, अधिकार और उनके भविष्य को समर्पित एक संकल्प था। लोकमाता देवी अहिल्याबाई जैसे ऐतिहासिक चरित्रों की प्रेरणा से यह सम्मेलन एक मजबूत नारी-केन्द्रित भारत की दिशा में एक ठोस कदम कहा जा सकता है।

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