दूसरी बीवी, कबाड़ा और जासूसी! UP ATS के हत्थे चढ़ा PAK एजेंट हारून

UP ATS ने पाकिस्तान के इशारे पर भारत में जासूसी करने वाले दो एजेंटों — दिल्ली के हारून और वाराणसी के तुफैल को गिरफ्तार किया। दोनों पर संवेदनशील जानकारी साझा करने और पाक उच्चायोग से संबंध रखने का आरोप है।
नई दिल्ली (23 मई 2025): उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (UP ATS) ने एक बड़े ऑपरेशन में पाकिस्तान समर्थित जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में दिल्ली के सीलमपुर से मोहम्मद हारून और वाराणसी से तुफैल को गिरफ्तार किया गया है। हारून कथित तौर पर पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी मुज़म्मिल हुसैन के संपर्क में था और भारत की संवेदनशील सूचनाएं साझा कर रहा था।
ATS के मुताबिक हारून स्क्रैप डीलर है लेकिन पर्दे के पीछे वह पाकिस्तानी एजेंटों के लिए फंड और सूचनाएं इकट्ठा करता था। तुफैल भी एक संदिग्ध संगठन से जुड़ा बताया गया है और उस पर सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां लीक करने का आरोप है।
दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ATS ने कई सबूत जुटाए हैं जिनमें मोबाइल फोन, संदिग्ध लेन-देन और विदेशी संपर्कों के रिकॉर्ड शामिल हैं। ATS ने हारून के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148 और 152 के तहत मामला दर्ज किया है। उसके पास से दो मोबाइल फोन और ₹16,900 नकद बरामद किए गए हैं। सरकार ने मुज़म्मिल हुसैन को ‘persona non grata’ घोषित कर देश से निष्कासित कर दिया है। आपको बता दें की जासूसी कांड में अब तक 14 की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
इस गिरफ्तारी के साथ ही इस केस में कुल गिरफ्तारियों की संख्या 14 हो गई है, जिससे साफ है कि यह कोई छोटा-मोटा मामला नहीं, बल्कि एक संगठित जासूसी रैकेट है जिसे UP ATS लगातार बेनकाब कर रही है। यह गिरफ्तारी भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी है। इस गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां भारत में जासूसी नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रही हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं और अन्य संभावित संदिग्धों की तलाश जारी है।
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