G7 Summit से पहले PM Modi की डिप्लोमैटिक स्ट्राइक: 3 देश, 5 दिन, बड़ा असर !

प्रधानमंत्री मोदी G7 Summit से पहले साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा करेंगे, ताकि द्विपक्षीय संबंधों को सशक्त बनाया जा सके। जानें पूरा प्लान और गंतव्य।
लखनऊ 14 जून 2025: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम की ओर महत्वपूर्ण कूटनीतिक यात्राओं पर आगामी हैं। 15 से 19 जून तक, वे G7 Summit के एजेंडे के मद्देनजर साइप्रस, कनाडा, और क्रोएशिया का दौरा करेंगे। इस 5-दिनीय यात्रा का मकसद भारत के वैश्विक संबंधों को और अधिक सशक्त बनाना एवं G7 देशों के साथ संवाद को और व्यापक बनाना है।
1. साइप्रस – 15-16 जून:
इन्होंने साइप्रस की यह यात्रा अपने आप में ऐतिहासिक है—क्योंकि पिछले 20 वर्षों में यह किसी भारतीय पीएम की पहली यात्रा है।
- यहाँ पर पीएम मोदी राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडूलाइड्स के साथ द्विपक्षीय संवाद करेंगे।
- लिमासोल में आयोजित व्यापारिक सम्मेलन को संबोधित कर भारत-यूके व्यापार कनेक्ट को मजबूत करेंगे।
2. कनाडा – 16-17 जून:
G7 Summit एजेंडे के तहत यह यात्रा महत्वपूर्ण क्यों है?
- PM मोदी एवं कनाडा के PM की द्विपक्षीय वार्ता
- ऊर्जा, क्लाइमेट, तकनीकी और वरिष्ठ नागरिकों के हित में विविध समझौते निर्णय
- G7 मंच पर भारत की भूमिका को और प्रभावशाली बनाना
3. क्रोएशिया – 18 जून:
- 18 जून को क्रोएशिया में समकक्ष वार्ता
- अमेरिका एवं यूरोप में भारत की रणनीतिक टिप्पणी
- अगले दिन (19 जून) भारत लौटने से पहले G7 Summit में शामिल होने की तैयारी को अंतिम रूप देना
G7 Summit के संदर्भ में इस यात्रा का महत्व
- वैश्विक मंच: इस यात्रा के माध्यम से भारत G7 देशों में अपनी उपस्थिति और महत्व को मजबूत रूप से रखेगा
- डिप्लोमैसी: साइप्रस, कनाडा व क्रोएशिया के साथ रणनीतिक साझेदारी का विस्तार
- ग्लोबल एजेंडा: जलवायु, तकनीक, ऊर्जा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों में भारत की भूमिका को अधिक प्रभावी बनाना
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