कांवड़ यात्रा मार्ग (Kanwar Yatra -2025) पर दुकानदारों के लिए फूड लाइसेंस प्रदर्शित करना अनिवार्य!

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Kanwar Yatra -2025

उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा 2025 (Kanwar Yatra -2025) के दौरान खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। सभी दुकानदारों को फूड लाइसेंस प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा, जबकि यूपी में नेम प्लेट विवाद पर सियासत गरमा गई है।


हरिद्वार – लखनऊ। 2 जुलाई – श्रद्धा और आस्था के महापर्व कांवड़ यात्रा 2025 (Kanwar Yatra)को लेकर उत्तराखंड सरकार-उत्तर प्रदेश ने सख्त तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार यात्रा मार्ग पर खाद्य सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके तहत सभी दुकानदारों को अपना फूड लाइसेंस या पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। बिना लाइसेंस खाद्य सामग्री बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

खाद्य सुरक्षा के लिए सख्त नियम

सरकार के निर्देशों के अनुसार,Kanwar Yatra मार्ग पर होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट और छोटे ठेलों पर भी ‘फूड सेफ्टी डिस्प्ले बोर्ड’ लगाना होगा, ताकि श्रद्धालुओं को शुद्ध और सुरक्षित भोजन मिल सके। यदि कोई विक्रेता इन नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 की धारा 55 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

यूपी में नेम प्लेट विवाद पर सियासत गरमाई

इस बीच, उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) मार्ग पर दुकानों के नाम प्लेट लगाने को लेकर राजनीतिक बहस तेज हो गई है। सपा और कांग्रेस ने इस निर्णय पर आपत्ति जताई है। सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “यह देश मोहब्बत का है, नफरत का नहीं। मुसलमान भी कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं, लेकिन सरकार को इससे दिक्कत होती है।”

उन्होंने आगे कहा कि “यह सरकार साझा संस्कृति को नष्ट करना चाहती है। पिछले साल भी ऐसी कोशिश हुई थी, लेकिन लोगों ने इसे विफल कर दिया।” लेकिन उन्होंने इस बात का उत्तर नहीं दिया नाम क्यों ना बताया जाए!

योगी सरकार का सख्त रुख

यूपी सरकार ने पिछले साल भी कांवड़ यात्रा Kanwar Yatra के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दुकानदारों को अपना नाम, पता और संपर्क नंबर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए थे। इस साल भी 11 जुलाई से शुरू हो रही यात्रा से पहले इन नियमों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु हरिद्वार और अन्य तीर्थस्थलों की ओर जाते हैं, ऐसे में खाद्य सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है। हालांकि, राजनीतिक दलों के बीच इस मुद्दे पर बहस जारी है।

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