Exclusive: IRCTC ने किये 2.5 करोड़ यूजर ID Deactivate; जानिए नए नियम, तत्काल बुकिंग में बड़े बदलाव

IRCTC ने फेक बुकिंग रोकने के लिए 2.5 करोड़ यूजर ID को किया डीएक्टिवेट। जानिए IRCTC के नए नियम, तत्काल बुकिंग प्रक्रिया में बदलाव और इमरजेंसी कोटा में नई व्यवस्था।
लखनऊ 26 जुलाई 2025: अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं और हर बार तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान वेबसाइट क्रैश या टिकट गायब होने की शिकायत करते हैं, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। IRCTC (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) ने अपने ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम में बड़े बदलाव किए हैं।
2.5 करोड़ यूज़र ID हुईं डीएक्टिवेट
IRCTC ने अपने सिस्टम में बॉट्स और फर्जी यूजर्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 2.5 करोड़ से अधिक यूजर ID को डीएक्टिवेट कर दिया है। ये सभी संदिग्ध बुकिंग पैटर्न के आधार पर पकड़े गए थे। संसद में सांसद ए.डी. सिंह के सवाल पर सरकार ने यह जानकारी दी है।
इन फर्जी ID का उपयोग कर एजेंट्स बॉट्स के जरिए तत्काल टिकट सेकंडों में बुक कर लेते थे, जिससे आम यात्रियों के लिए टिकट बुक करना लगभग असंभव हो गया था। अब इस नई कार्रवाई से टिकट बुकिंग की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष होने की उम्मीद है।
IRCTC के 5 बड़े बदलाव जो जानना जरूरी है:
1. बुकिंग होगी ‘पहले आओ पहले पाओ’ आधार पर
IRCTC ने टिकट बुकिंग को फेयर बनाने के लिए ‘First Come First Serve’ नियम को और मजबूत किया है। अब रिजर्व टिकट ऑनलाइन या कंप्यूटरीकृत पीआरएस काउंटरों से इसी आधार पर बुक किए जा रहे हैं। फिलहाल, 89% टिकट बुकिंग ऑनलाइन माध्यम से ही हो रही है।
2. Digital Payment को बढ़ावा
अब PRS काउंटर्स पर भी डिजिटल भुगतान की सुविधा दी गई है। यात्रियों को QR कोड, UPI, या कार्ड से पेमेंट करने की सहूलियत मिल रही है, जिससे लेन-देन का रिकॉर्ड पारदर्शी बना है।
3. आधार वेरिफिकेशन हुआ जरूरी
1 जुलाई 2025 से तत्काल योजना के तहत टिकट अब केवल आधार वेरिफाईड यूजर्स ही बुक कर सकते हैं — वो भी सिर्फ IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप के जरिए।
4. एजेंट्स को 30 मिनट तक रोक
तत्काल बुकिंग विंडो खुलने के शुरुआती 30 मिनट तक IRCTC एजेंट्स को टिकट बुक करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस दौरान केवल आम यात्री ही बुकिंग कर सकेंगे।
5. स्पेशल ट्रेनें बढ़ेंगी वेटिंग खत्म करने
भारतीय रेलवे नियमित रूप से वेटिंग लिस्ट की निगरानी कर रहा है और जहां डिमांड अधिक है वहां विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इससे यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलना आसान हो जाएगा।

इमरजेंसी कोटा में भी हुआ बड़ा बदलाव
अब इमरजेंसी कोटा के तहत टिकट बुकिंग यात्रा के दिन नहीं, बल्कि एक दिन पहले करनी होगी।
यह कोटा खासतौर पर सांसद, वरिष्ठ अधिकारी, मेडिकल इमरजेंसी केस और वरिष्ठ नागरिकों के लिए होता है। इस बदलाव से अंतिम समय की परेशानी से राहत मिलेगी।
क्यों ज़रूरी थे ये बदलाव?
IRCTC के टिकट बुकिंग सिस्टम को पिछले कुछ वर्षों में भारी आलोचना झेलनी पड़ी थी। तत्काल टिकट खोलते ही कुछ ही सेकंड में सारे टिकट गायब हो जाते थे। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण था — बॉट्स का दुरुपयोग।
ऐसे में आम यात्रियों के लिए टिकट बुक करना लगभग असंभव हो गया था, जिससे रेलवे की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठने लगे थे।
अब सरकार और रेलवे ने तकनीकी सुधारों और सख्त कदमों के जरिए इस प्रणाली को बेहतर बनाने का बीड़ा उठाया है।
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम
IRCTC के ये बदलाव केवल टिकट बुकिंग को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को भी गति दे रहे हैं।
अब यात्रियों को कहीं भी, कभी भी — डिजिटल माध्यम से सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। मोबाइल ऐप, SMS अलर्ट, ऑनलाइन पेमेंट और लाइव स्टेटस जैसे फीचर्स यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं।
आम यात्रियों को कितना फायदा?
- अब आम यात्रियों को तत्काल टिकट बुक करने में असुविधा कम होगी।
- बॉट्स और फेक अकाउंट हटने से टिकट बुकिंग निष्पक्ष हो जाएगी।
- एजेंट्स की मनमानी पर लगाम लगेगी।
- डिजिटल पेमेंट और आधार आधारित वेरिफिकेशन से पारदर्शिता बढ़ेगी।
- वरिष्ठ नागरिकों और मेडिकल जरूरतमंदों को अब इमरजेंसी कोटा में और सुविधा मिलेगी।
IRCTC का Power Move यात्रियों के हक में
भारतीय रेलवे और IRCTC ने जो बदलाव किए हैं, वे न केवल टिकट बुकिंग को आसान बनाएंगे, बल्कि सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी और भरोसे को भी लौटाएंगे। आम यात्रियों को अब तत्काल टिकटों के लिए एजेंट्स या जुगाड़ का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। डिजिटल प्रक्रिया, आधार आधारित वेरिफिकेशन और एजेंट्स पर पाबंदी से एक क्लीन सिस्टम की शुरुआत हुई है।
यात्रा की योजना बनाते समय IRCTC की वेबसाइट या ऐप से समय रहते टिकट बुक करें — अब बुकिंग पहले से कहीं ज्यादा सरल और सुरक्षित है।
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