भारत का S-400 से 300 किमी दूर पाकिस्तानी विमान मार गिराना – ऐतिहासिक उपलब्धि!

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S-400 missile system

भारत ने S-400 सिस्टम से 300 किमी दूर पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट और AWACS विमान मार गिराए। जानिए ऑपरेशन सिंदूर की पूरी कहानी। #S400 #IndianAirForce


बेंगलुरु:10 Aug भारतीय वायुसेना ने एक ऐतिहासिक सैन्य उपलब्धि हासिल की है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने रूसी S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के पांच फाइटर जेट और एक AWACS (एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) विमान को 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया। यह दुनिया में अब तक का सबसे लंबी दूरी का सतह-से-हवा में मार करने वाला हमला माना जा रहा है।

वायुसेना प्रमुख ने किया खुलासा

भारतीय वायुसेना के चीफ मार्शल ए पी सिंह ने बेंगलुरु में एक लेक्चर के दौरान इस ऑपरेशन की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, “यह अब तक की सबसे लंबी दूरी पर हवाई लक्ष्य को नष्ट करने वाली घटना है।” उन्होंने इस हमले से जुड़े सबूत भी प्रस्तुत किए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसे मामलों की पुष्टि करना मुश्किल होता है, क्योंकि मलबा दुश्मन देश की सीमा में गिरता है।

S-400 ने बदली पाकिस्तान की रणनीति

S-400 की मौजूदगी ने पाकिस्तानी वायुसेना को डरा दिया था। एक अधिकारी ने बताया, *”पाकिस्तानी विमान S-400 के रेंज में आने से बच रहे थे, क्योंकि वे जानते थे कि हमारी मारक क्षमता उनकी पहुंच से कहीं ज्यादा है।”* इसके अलावा, भारत के स्वदेशी आकाश मिसाइल और बराक-8 MRSAM सिस्टम ने भी ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

रूस भी रह गया दंग

S-400 सिस्टम रूस द्वारा निर्मित है, लेकिन भारत ने इसे इतनी कुशलता से इस्तेमाल किया कि रूस भी हैरान रह गया। हाल के वर्षों में इतनी लंबी दूरी पर हवाई लक्ष्य को नष्ट करने के मामले बहुत कम देखे गए हैं। उदाहरण के लिए:

  • यूक्रेन ने 2024 में रूसी A-50 जासूसी विमान को 200 किमी से मार गिराने का दावा किया था।
  • रूस ने 2022 में यूक्रेनी Su-27 को 150 किमी की दूरी से निशाना बनाया था।

लेकिन भारत का 300 किमी का यह हमला एक नया रिकॉर्ड है। भारत ने रूस से पांच S-400 यूनिट्स खरीदी हैं, जिनमें से तीन पहले ही भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन सीमा पर तैनात हो चुकी हैं। शेष दो यूनिट्स 2025-26 तक देश को मिल जाएंगी।

भारत की यह सैन्य सफलता न सिर्फ दुश्मनों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह देश की रक्षा क्षमताओं को भी एक नए स्तर पर ले जाती है। S-400 जैसी उन्नत प्रणालियों के साथ भारतीय वायुसेना अब और भी मजबूत हो चुकी है।

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