91 किमी लंबे Gorakhpur Link Expressway का उद्घाटन, युवाओं को मिलेगा रोजगार

Gorakhpur Link Expressway

Gorakhpur Link Expressway का सीएम योगी ने किया उद्घाटन। 91 किमी लंबा एक्सप्रेसवे गोरखपुर को आजमगढ़ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा।

लखनऊ 20 जून 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को 91 किमी लंबे Gorakhpur Link Expressway का लोकार्पण किया। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर तक जाएगा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधा कनेक्शन देगा। इसका पहला कार्यक्रम सलारपुर में आयोजित हुआ, जहाँ मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए इसे “पूरे क्षेत्र के लिए उपहार” बताया।

Gorakhpur Link Expressway: पूर्वांचल की रीढ़ बनेगा ये प्रोजेक्ट

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह Gorakhpur Link Expressway आजमगढ़, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर को विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी देगा। साथ ही इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाकर युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने इसे डबल इंजन सरकार की विकास सोच का परिणाम बताते हुए कहा कि आने वाले समय में एक्सप्रेसवे के किनारे सेमी हाईस्पीड ट्रेनें भी दौड़ेंगी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आजमगढ़ कभी आतंक का पर्याय माना जाता था, अब ये साहस और उद्योग का गढ़ बन रहा है। ब्लैक पॉटरी और मुबारकपुर की साड़ी ने आज अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि Gorakhpur Link Expressway न केवल भौगोलिक दृष्टि से बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास के लिहाज से भी बेहद अहम है। यह एक्सप्रेसवे आजमगढ़, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर जैसे पूर्वांचल के प्रमुख जिलों को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है, जिससे इन क्षेत्रों को तेज़, सुरक्षित और निर्बाध कनेक्टिविटी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित किए जाएंगे ताकि स्थानीय युवाओं को अपने ही राज्य में रोजगार और स्टार्टअप के अवसर मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि इस आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ आने वाले वर्षों में और भी बढ़ेगा, क्योंकि सरकार की योजना है कि इस एक्सप्रेसवे के समानांतर सेमी हाईस्पीड ट्रेनें भी चलाई जाएं, जो यातायात, माल ढुलाई और व्यापार को नई गति देंगी।

उन्होंने आजमगढ़ का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि,

“आजमगढ़ एक समय आतंक और असुरक्षा का पर्याय माना जाता था, लेकिन अब यह अदम्य साहस, संस्कृति और उद्योग का केंद्र बन चुका है। यहाँ की ब्लैक पॉटरी और मुबारकपुर की साड़ी न केवल उत्तर प्रदेश की पहचान हैं, बल्कि अब अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में भी अपनी जगह बना चुकी हैं।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आजमगढ़ की यह नई पहचान ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ (ODOP) योजना और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने वाली नीतियों का परिणाम है, जो अब पूर्वांचल के बाकी जिलों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन रही है।

इस विस्तार से यह स्पष्ट होता है कि Gorakhpur Link Expressway केवल एक सड़क परियोजना नहीं, बल्कि पूर्वांचल के समावेशी और आत्मनिर्भर विकास की मजबूत आधारशिला है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यूपीडा द्वारा तैयार की गई सुरक्षा फ्लीट को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कम्हरियाघाट पुल का निरीक्षण करते हुए निर्माण गुणवत्ता की सराहना की और इसे “पूर्वांचल की जीवनरेखा” बताया।

मुख्य बातें संक्षेप में:

  • कुल लंबाई: 91 किमी
  • मार्ग: जैतपुर (गोरखपुर) से सलारपुर (आजमगढ़)
  • कनेक्शन: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से डायरेक्ट लिंक
  • जिले लाभान्वित: गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर
  • लाभ: विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी, रोजगार, इंडस्ट्रियल क्लस्टर, सेमी हाईस्पीड ट्रेन संभावनाएं

Gorakhpur Link Expressway न केवल पूर्वांचल की सड़कों को बल्कि आर्थिक और औद्योगिक संभावनाओं को भी नई गति देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए उद्घाटन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश अब बीमारू नहीं, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर हब बनने की ओर अग्रसर है। एक्सप्रेसवे के किनारे रोजगार, उद्योग, और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में जो परिवर्तन होंगे, वे आने वाले वर्षों में पूरे पूर्वांचल की तस्वीर बदल सकते हैं। यह परियोजना निस्संदेह गोरखपुर, आजमगढ़ और आसपास के जिलों के लिए विकास का सुपरफास्ट मार्ग बनकर उभरेगी।

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