NSAB का पुनर्गठन, पूर्व रॉ प्रमुख Alok Joshi को बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया !

नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) का पुनर्गठन किया है। पूर्व रॉ प्रमुख Alok Joshi को बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह फैसला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत बैसरान घाटी में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिया गया है, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी।
NSAB के नए सदस्यों में शामिल:
- सैन्य पृष्ठभूमि से: पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह, पूर्व पश्चिमी वायु सेना कमांडर एयर मार्शल पीएम सिन्हा, और रियर एडमिरल मोंटी खन्ना
- आईपीएस अधिकारी: सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह
- विदेश सेवा से: सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी बी वेंकटेश वर्मा
NSAB का महत्व:
दरअसल 1998 यह बोर्ड राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर दीर्घकालिक विश्लेषण के लिए गठित किया गया था ,ये राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) को सलाह और NSAB, NSC को महत्वपूर्ण मुद्दों पर सिफारिशें और नीतिगत विकल्प प्रदान करता है। इससे पूर्व 2018 में पूर्व राजदूत (रूस) पीएस राघवन की अध्यक्षता में हुआ था।
भारत-पाक तनाव
- पहलगाम हमले के बाद: भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक मोर्चा खोला है।
- आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका: भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति तेज कर दी है।
- NSAB का नया रोल: बोर्ड अब आतंकवाद और सीमा पार सुरक्षा चुनौतियों पर गहन विश्लेषण करेगा।
क्या होगा असर?
विशेषज्ञों का मानना है कि Alok Joshi के नेतृत्व में NSAB भारत की सुरक्षा रणनीति को और मजबूत करेगा। साथ ही, पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद से निपटने के लिए नए विकल्पों पर काम किया जाएगा।