ALI SHADMANI: इजरायल ने ईरान के ‘वॉर-टाइम चीफ ऑफ स्टाफ’ को मार गिराया?

ALI SHADMANI

17 june :इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने मंगलवार को ईरान के एक प्रमुख सैन्य कमांडर Ali Shadmani को मार गिराने का दावा किया है। IDF ने उन्हें ईरान का ‘वॉर-टाइम चीफ ऑफ स्टाफ’ बताया है। हालांकि, ईरान की तरफ से अभी तक Ali Shadmani की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब 14 जून को इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरानी कमांडर मेजर जनरल गोलाम अली रशीद को मार गिराया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Ali Shadmani ने ही रशीद की जगह खातम अल-अन्बिया सेंट्रल हेडक्वार्टर के कमांडर का पद संभाला था।

Ali Shadmani कौन थे?

IDF के अनुसार, Ali Shadmani ईरानी राष्ट्रपति अली खामेनेई के सबसे करीबी सैन्य अधिकारियों में से एक थे। उन्हें ईरानी सेना का ‘वॉर-टाइम चीफ ऑफ स्टाफ’ भी कहा जाता था।

  • ईरानी आर्मी और IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स) दोनों की कमान उनके पास थी।
  • वह ईरानी सशस्त्र बलों के इमरजेंसी कमांड के कमांडर भी थे।

ईरान-इजरायल टकराव: क्या होगा अगला कदम?

इजरायल ने पिछले कुछ दिनों में ईरान के कई बड़े कमांडर्स को टार्गेट किया है। Ali Shadmani की मौत (अगर सच है) तो यह ईरान के लिए एक बड़ा झटका होगा। शादमानी मारा जाना ईरान के लिए अब तक का सबसे बड़ा झटका है, क्योंकि अली शादमानी ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई का सबसे करीबी सलाहकार था। हाल ही में शादमानी को ईरानी सेना के खतम-अल-अनबिया हेडक्वार्टर्स का प्रमुख बनाया गया था।

मेजर जनरल गुलाम अली राशिद की जगह 4 दिन पहले ही शादमानी ने यह पद संभाला था। शादमानी से पहले राशिद भी इजरायली सेना के हमले में मारा गया था। शादमानी को ईरान की जिस आर्मी विंग का प्रमुख बनाया गया था, वइ ईरान का मिलिट्री इमरजेंसी कमांड सेंटर है। शादमानी ईरान के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडरों में से एक था और वार चीफ था। शादमानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और ईरानी सशस्त्र बलों की कमान भी संभाल चुके थे।

बता दें कि इजरायल-ईरान युद्ध में ईरान को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। ईरान ने अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील पर बात करने से इनकार कर दिया तो अमेरिका ने भी सख्त रवैया अपना लिया। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के लोगों को तेहरान खाली करने की चेतावनी दी, जिसके बाद तेहरान खाली होने लगा है। लोग अपना सामान समेटकर गाड़ियों में तेहरान छोड़कर जाने लगा है। इससे तेहरान में सन्नाटा पसर गया है।

भारत ने भी अपने नागरिकों को तेहरान छोड़कर जाने को कह दिया है। इस वजह से तेहरान की सड़कों पर भारी जाम लगा है। गैस स्टेशनों के बाहर भी वाहनों की लंबी लाइनें देखी जा रही हैं। लोगों को कैस्पियन सागर की ओर जाते हुए भी देखा गया है। भारतीय छात्रों को अर्मेनिया के रास्ते ईरान से निकाला जा रहा है। चर्चा है कि अमेरिका अब ईरान के खिलाफ बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है। अमेरिका ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है।

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