#Bilawal Bhutto Family Left Pakistan: भारत के सख्त एक्शन से पाकिस्तान में खलबली, आर्मी अफसरों के परिवार भागे विदेश!

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिससे पड़ोसी देश में दहशत फैल गई है। सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के साथ ही भारत ने कूटनीतिक और आर्थिक प्रतिबंधों की श्रृंखला लागू की है, जिसके बाद पाकिस्तानी नेताओं और सेना के अधिकारियों के परिवार तेजी से देश छोड़कर भाग रहे हैं।वही भारत को धमकाने वाले Bilawal Bhutto Family Left Pakistan to कनाडा
पाकिस्तानी नेताओं और सेना के परिवारों में भगदड़
- बिलावल भुट्टो का परिवार कनाडा भागा: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो के परिवार के सदस्य बख्तावर भुट्टो और असिफा भुट्टो ने 27 अप्रैल को पाकिस्तान छोड़ दिया। इससे पहले, बिलावल ने भारत को धमकी देते हुए कहा था कि “पानी रोका गया तो खून की नदियां बहेंगी।”
- पाकिस्तान आर्मी चीफ का परिवार ब्रिटेन पहुंचा: सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के परिवार को एक प्राइवेट जेट से यूके भेजा गया। सूत्रों के मुताबिक, कई अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भी अपने परिवारों को अमेरिका और यूरोप भेज दिया है।
भारत का सख्त रुख: जल संधि निलंबन से लेकर मिसाइल टेस्ट तक
- सिंधु जल संधि पर रोक: भारत ने 1960 की इस संधि को निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तान को मिलने वाली नदी के पानी पर सीधा असर पड़ेगा।
- रणनीतिक मिसाइल टेस्ट: आईएनएस सूरत से अरब सागर में मिसाइल परीक्षण कर भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है।
- वीजा रद्द और कूटनीतिक प्रतिबंध: पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और द्विपक्षीय संबंधों को न्यूनतम स्तर तक लाया गया है।
PM मोदी का स्पष्ट संदेश: “आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ किया है कि “पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकी और उनके आकाओं को चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में छिपे हों, ढूंढ़कर सजा दी जाएगी।” देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है और सभी राजनीतिक दल सरकार के साथ खड़े हैं।
पाकिस्तान में डर का माहौल, आम जनता भी घबराई
- सोशल मीडिया पर #PakistanCollapse ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग सरकार और सेना की नाकामियों पर सवाल उठा रहे हैं।
- कई पाकिस्तानी नागरिक भी देश छोड़ने की तैयारी में हैं, क्योंकि उन्हें भारत की कार्रवाई के बाद आर्थिक संकट और युद्ध का डर सता रहा है।