Mehul Choksi Arrested in Belgium – Extradition to India Likely Soon?

नई दिल्ली – करोड़ों रुपये के PNB Scam के मुख्य आरोपी और Fugitive Economic Offender घोषित किए जा चुके मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को आखिरकार बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। भारतीय एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि वह पिछले 7 साल से फरार था और Interpol Red Corner Notice के बावजूद पकड़ से दूर बना हुआ था।
इस गिरफ्तारी के बाद एक बड़ा सवाल उठ रहा है: क्या भारत सरकार अब Mehul Choksi Extradition की प्रक्रिया तेज करेगी? और क्या यह मामला 26/11 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण जैसे हाई-प्रोफाइल केस से भी जुड़ जाएगा?
🔍 PNB घोटाला: भारत का सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड
- ₹13,000 करोड़ का यह घोटाला भारत के Punjab National Bank (PNB) के ज़रिए हुआ, जिसमें चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी पर फर्जी Letter of Undertaking (LoU) के माध्यम से विदेशी बैंकों से लोन लेने का आरोप है।
- RBI Guidelines की अनदेखी कर एक साल तक की अवैध LoU अवधि दर्शाई गई, जबकि इसकी अधिकतम अवधि 90 दिन है।
🛑 Citizenship Fraud: Belgium में झूठे दस्तावेज़
चोकसी ने Belgium Residence Card हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेज जमा किए और अपनी भारत व एंटीगुआ की नागरिकता छिपाई। भारत सरकार ने पहले ही यूरोपीय देशों को इस धोखाधड़ी के बारे में सूचित कर दिया था।
⚖️ Extradition Treaty: क्या भारत ला पाएगा चोकसी को?
भारत और बेल्जियम के बीच 2020 में संशोधित Extradition Treaty है, जिसके तहत fraud, forgery, money laundering, और criminal conspiracy जैसे अपराधों में प्रत्यर्पण की सुविधा उपलब्ध है। हालांकि, दोनों देशों के कानूनों में अपराध की श्रेणी मेल खानी जरूरी होती है।
🏥 बीमारी बहाना बना चुका है चोकसी
फरवरी 2025 में मेहुल चोकसी के वकील ने मुंबई कोर्ट को बताया कि वह ब्लड कैंसर के इलाज के लिए बेल्जियम में है और भारत नहीं लौट सकता। हालांकि, कोर्ट ने उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पेशी की पेशकश को अस्वीकार कर दिया।