Life-Saving Tips: World Lung Cancer Day 2025 पर जानिये फेफड़ों के कैंसर से बचाव के 5 पावर टिप्स

World Lung Cancer Day 2025 पर जानें थीम “Stronger Together: United for Lung Cancer Awareness”, फेफड़ों के कैंसर के कारण, लक्षण, प्रकार, रोकथाम और आम मिथकों के पीछे की सच्चाई। समय रहते पहचानें और बचाव करें।
लखनऊ 1 अगस्त 2025: हर साल 1 अगस्त को पूरी दुनिया World Lung Cancer Day मनाती है। इसका उद्देश्य है — फेफड़ों के कैंसर के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना, शुरुआती पहचान को प्रोत्साहित करना, मिथकों को तोड़ना और मरीजों व उनके परिवारों को समर्थन देना।
फेफड़ों का कैंसर दुनियाभर में कैंसर से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। भारत जैसे देशों में इसकी दरें तेजी से बढ़ रही हैं। यह दिन एक अवसर है जब हम सभी मिलकर इस बीमारी के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं और बेहतर स्वास्थ्य नीतियों व शोध को प्रोत्साहन दे सकते हैं।
क्यों मनाया जाता है World Lung Cancer Day?
- फेफड़ों के कैंसर की भयावहता के बारे में जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए
- शुरुआती पहचान और समय पर इलाज के महत्व को बताने के लिए
- बीमारी से जुड़े मिथकों को तोड़ने और सच्चाई सामने लाने के लिए
- मरीजों और परिवारों को मानसिक व सामाजिक समर्थन देने के लिए
- बेहतर रोकथाम रणनीतियां और स्वास्थ्य नीतियां विकसित करने के लिए
World Lung Cancer Day 2025 की थीम
“Stronger Together: United for Lung Cancer Awareness”
इसका अर्थ है — फेफड़ों के कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता ही सबसे बड़ी ताकत है। मरीज, परिवार, डॉक्टर, शोधकर्ता और नीति-निर्माता — सभी को मिलकर जागरूकता फैलानी होगी, तभी इस बीमारी के बोझ को कम किया जा सकेगा।
फेफड़ों के कैंसर से जुड़े आम मिथक और सच्चाई
मिथक 1: यह सिर्फ धूम्रपान करने वालों को होता है
सच्चाई: लगभग 10–20% मामले ऐसे लोगों में पाए जाते हैं जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया। इसके अन्य कारण भी हैं जैसे वायु प्रदूषण, रेडॉन गैस, आनुवंशिक कारण, और व्यावसायिक जोखिम।
मिथक 2: इसके शुरुआती लक्षण नहीं होते
सच्चाई: शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के होते हैं — लगातार खांसी, सांस फूलना, सीने में दर्द, बिना कारण वजन घटना। इन संकेतों को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है।
मिथक 3: यह युवाओं को नहीं होता
सच्चाई: हालांकि यह बुजुर्गों में अधिक आम है, लेकिन युवाओं में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं, खासकर जेनेटिक म्यूटेशन और प्रदूषण के कारण।
फेफड़ों का कैंसर क्या है?

फेफड़ों में जब असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और एक गांठ (ट्यूमर) बना देती हैं, तो उसे फेफड़ों का कैंसर कहते हैं। यह ट्यूमर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है और सांस लेने की क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
फेफड़ों के कैंसर के प्रकार
फेफड़ों का कैंसर मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है, जो उनकी कोशिकाओं की संरचना और बढ़ने की गति के आधार पर पहचाना जाता है:
- नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC): यह सबसे आम प्रकार है और लगभग 80-85% मामलों में पाया जाता है। यह आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है और शुरुआती चरण में पकड़े जाने पर इसका इलाज अपेक्षाकृत आसान होता है। इसमें कई सब-टाइप शामिल होते हैं, जैसे एडिनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा।
- स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC): यह अपेक्षाकृत दुर्लभ है और लगभग 15-20% मामलों में पाया जाता है। यह तेजी से बढ़ता और शरीर के अन्य हिस्सों में जल्दी फैलने की प्रवृत्ति रखता है। आमतौर पर यह धूम्रपान से गहरे तौर पर जुड़ा होता है और इसके इलाज के लिए कीमोथेरेपी व रेडियोथेरेपी का इस्तेमाल अधिक किया जाता है।
दोनों प्रकार के फेफड़ों के कैंसर गंभीर होते हैं, लेकिन उनकी प्रकृति, फैलने की गति और इलाज की रणनीति में अंतर होता है। इसलिए सही प्रकार की पहचान करना इलाज की योजना बनाने के लिए बेहद जरूरी है।
Life-Saving Tips: Lung Cancer के शुरुआती लक्षण जो न करें नज़रअंदाज़

- लगातार खांसी जो दवा से भी न रुके
- खून वाली खांसी
- जरा सा काम करने पर सांस फूलना
- खांसते या गहरी सांस लेते समय सीने में दर्द
- आवाज में बदलाव या भारीपन
- लगातार थकान और कमजोरी
- बिना कारण वजन घटना
यदि ये लक्षण 2 हफ्तों से अधिक समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
विश्व और भारत में Lung Cancer की स्थिति
- दुनियाभर में हर साल 20 लाख से अधिक नए मामले सामने आते हैं।
- कैंसर से होने वाली हर 5 में से 1 मौत फेफड़ों के कैंसर के कारण होती है।
- लगभग 85% मामले धूम्रपान से जुड़े हैं, लेकिन वायु प्रदूषण और सेकेंड हैंड स्मोक भी बड़ा कारण हैं।
बचाव और रोकथाम के उपाय
- धूम्रपान और तंबाकू से पूरी तरह दूरी बनाएँ
- सेकेंड हैंड स्मोक से बचें
- वायु प्रदूषण से बचाव — मास्क का उपयोग, घर के अंदर साफ हवा
- रेडॉन गैस की जांच (जहां यह समस्या होती है)
- स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम
- वार्षिक हेल्थ चेकअप — खासकर हाई-रिस्क समूह के लिए
जागरूकता क्यों जरूरी है?

क्योंकि सही जानकारी और समय पर जांच से फेफड़ों के कैंसर को शुरुआती चरण में पकड़ा जा सकता है और इलाज की सफलता दर कई गुना बढ़ जाती है।
World Lung Cancer Day का उद्देश्य यही है — सच्ची जानकारी को हर व्यक्ति तक पहुंचाना और डर के बजाय हिम्मत और उम्मीद का संदेश देना।
World Lung Cancer Day 2025 हमें याद दिलाता है कि फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर लेकिन लड़ने योग्य बीमारी है। मिथकों को तोड़कर, लक्षणों को पहचानकर और एकजुट होकर हम इस लड़ाई को जीत सकते हैं। थीम “Stronger Together” हमें प्रेरित करती है कि मरीज, परिवार, डॉक्टर और समाज मिलकर इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट को कम कर सकते हैं।
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