लखनऊ में कर्ज के बोझ ने ली 3 जानें, मिला सुसाइड(suicide) नोट!

लखनऊ के अशरफाबाद में एक कपड़ा कारोबारी ने कर्ज के चलते पत्नी और 16 साल की बेटी के साथ आत्महत्या (suicide) कर ली। तीनों के मुंह से झाग निकलता देखा गया, साथ ही सुसाइड (suicide) नोट भी मिला।
लखनऊ।30 june राजधानी के चौक कोतवाली क्षेत्र के अशरफाबाद इलाके में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक कपड़ा कारोबारी ने अपनी पत्नी और नाबालिग बेटी के साथ आत्महत्या (suicide) कर ली। सोमवार सुबह जब परिवार के लोग फ्लैट पर पहुंचे तो तीनों की लाशें पड़ी मिलीं। मुंह से झाग निकलता देखकर शक हुआ कि उन्होंने जहर खाया होगा। पास में रखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें कर्ज से परेशान होकर जान (suicide) देने की बात लिखी थी।
बेटी ने चाचा को दी थी सूचना
मृतकों की पहचान शोभित रस्तोगी (48), उनकी पत्नी शुचिता (45) और बेटी ख्याति (16) के रूप में हुई है। घटना की जानकारी देते हुए शोभित के भाई शेखर ने बताया कि रविवार रात ख्याति ने उन्हें फोन कर बताया था कि वे तीनों जहर खा रहे हैं। शेखर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट
चौक थाने की पुलिस ने मौके से एक सुसाइड (suicide) नोट बरामद किया है, जिसमें शोभित ने लिखा था कि वह कर्ज चुकाने में असमर्थ था और इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। पुलिस के मुताबिक, शोभित राजाजीपुरम में कपड़े की दुकान चलाते थे, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका व्यापार ठप पड़ा था। उन पर काफी कर्ज था, जिसकी किस्तें वह समय पर नहीं चुका पा रहे थे।
पड़ोसियों ने बताया परिवार का तनाव
पड़ोसियों ने बताया कि शोभित पिछले कुछ महीनों से गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। वह अक्सर कर्ज और दुकान के घाटे की बात करते थे। उनकी पत्नी शुचिता गृहिणी थीं और बेटी ख्याति 11वीं कक्षा की छात्रा थी। परिवार के दोस्तों ने बताया कि ख्याति पढ़ाई में बहुत तेज थी, लेकिन पिता के कर्ज ने उसका भविष्य भी डुबो दिया।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव सौंपे गए परिजनों को
मामले की जांच कर रहे एसओ चौक ने बताया कि तीनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में जहर खाने की पुष्टि हुई है। अब शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और बैंक लोन व कर्जदारों के बारे में पड़ताल कर रही है।
समाजसेवियों ने उठाए सवाल
इस घटना के बाद स्थानीय समाजसेवियों ने सरकार से मध्यमवर्गीय कारोबारियों को आर्थिक मदद देने की मांग की है। उनका कहना है कि कोरोना काल के बाद छोटे व्यापारी डूब रहे हैं, लेकिन सरकारी योजनाएं उन तक नहीं पहुंच पा रही हैं।
अंतिम संस्कार आज
परिवार के सदस्यों ने बताया कि तीनों का अंतिम संस्कार आज ही किया जाएगा। घटना से इलाके में मातम छा गया है।