Easy Guide: Cardiac Arrest से कैसे बचें? जानिए कारण, लक्षण और 8 ज़रूरी उपाय एक ही रिपोर्ट में

शेफाली जरीवाला का 42 की उम्र में Cardiac Arrest से निधन। जानिए Cardiac Arrest क्या होता है, इसके लक्षण, कारण और कैसे करें बचाव। सेलेब्स की मौतों से सबक लें।
लखनऊ 29 जून 2025: ‘कांटा लगा गर्ल’ के नाम से मशहूर एक्ट्रेस और ‘बिग बॉस 13’ की चर्चित कंटेस्टेंट रही शेफाली जरीवाला के निधन की खबर ने पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया है। 42 साल की उम्र में उनका अचानक Cardiac Arrest के कारण निधन हो गया। उनकी मौत की खबर ने फैंस और सेलेब्रिटी जगत दोनों को स्तब्ध कर दिया है। सोशल मीडिया पर शोक संदेशों की बाढ़ आ गई है और उनके अंतिम पोस्ट को लोग भावुक होकर याद कर रहे हैं। शेफाली का जाना इंडस्ट्री के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
शेफाली जरीवाला कोई पहली हस्ती नहीं हैं जिन्हें Cardiac Arrest ने इस तरह अचानक हमसे छीन लिया। इससे पहले सिद्धार्थ शुक्ला (40), पुनीत राजकुमार (46), और कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (58) जैसी हस्तियों की मौत भी इसी वजह से हुई थी।
यह घटनाएं हमें एक गहरा सबक देती हैं – स्वास्थ्य और समय पर जांच सबसे बड़ी पूंजी हैं।
तो दोस्तों, आइये आज जानते हैं सरल भाषा में की Cardiac Arrest आखिर होता क्या है , इसके लक्षण, इससे बचाव और इससे जुडी सभी जानकारियां-
Cardiac Arrest क्या है?
Cardiac Arrest तब होता है जब दिल की धड़कन अचानक और बिना संकेत के रुक जाती है। इससे दिल खून पंप करना बंद कर देता है, और यदि तुरंत CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) या डीफिब्रिलेटर से झटका नहीं मिले, तो व्यक्ति बेहोश हो जाता है और सांस लेना बंद कर देता है। यह एक ऐसी आपातकालीन स्थिति है, जहाँ हर सेकंड कीमती होता है।
Cardiac Arrest के Risk Factors
- कोरोनरी आर्टरी डिजीज – दिल की धमनियों में ब्लॉकेज
- हार्ट अटैक का इतिहास – पहले से हो चुका हार्ट अटैक
- दिल की मसल्स में बीमारी – कार्डियोमायोपैथी आदि स्थितियां
- हाई ब्लड प्रेशर / कोलेस्ट्रॉल – खतरनाक स्तर पर पहुंचने तक
- जन्मजात हृदय दोष – बचपन से मौजूद
- इलेक्ट्रिक शॉक – बिजली का झटका
- ड्रग्स या अल्कोहल का अत्यधिक सेवन
- पोटैशियम या मैग्नीशियम की कमी – इलेक्ट्रोलाइट असन्तुलन
- अत्यधिक तनाव या चिंता – मनोवैज्ञानिक कारण
Cardiac Arrest और Heart Attack में अंतर
बिंदु | Cardiac Arrest | Heart Attack |
---|---|---|
घटना का रूप | दिल की धड़कन अचानक रुकती है | दिल की मांसपेशियों तक खून का प्रवाह रुकता है |
लक्षण | अचानक बेहोशी, सांस रुकना, दिल की धड़चनों का बंद होना | सीने में दर्द, सांस फूलना, पसीना आना, उलझन महसूस होना |
इलाज का तरीका | तत्काल CPR + डिफिब्रिलेशन | ब्लॉकेज खोलने वाली दवाएं, लाइफस्टाइल में सुधार |
अगर हो जाये Cardiac Arrest – क्या करें?
- 3–5 मिनट में सही तरीके से CPR और डिफिब्रिलेटर का उपयोग
- अस्पताल पहुँचने से पहले ही अगर संभव हो, तो शुरुआत करें – इससे मृत्यु का जोखिम आधा हो सकता है
- आसपास मौजूद लोगों को चेतन करें और आपातकालीन सेवायें तुरंत बुलाएं
बचाव – 8 मजबूत उपाय
- हार्ट चेकअप नियमित रूप से
- हाई BP, शुगर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रखें
- नशे की दुष्प्रभावों से दूर रहें
- स्वस्थ आहार अपनाएं – फल, सब्जियां, विटामिन, ओमेगा-3
- नियमित व्यायाम करें – योग, चलना, रनिंग
- तनाव कम करें – मेडिटेशन और रिलैक्सेशन विधियाँ
- मिनरल संतुलन बनाए रखें – केला, मूंगफली, पालक जैसे खाद्य पदार्थ
- CPR ट्रेनिंग सीखें – आपात स्थिति में दूसरों की मदद कर सकें
कितना खतरनाक है Cardiac Arrest?
- यह एक मेडिकल इमरजेंसी है, जहाँ मिनट-सेकंडों में निर्णय तय करते हैं
- 50% से अधिक मामले में, व्यक्ति अस्पताल पहुंचने से पहले ही जान गंवा देता है
- शुरुआती 3–5 मिनट के अंदर उपाय न होने पर, बचाव बेहद मुश्किल हो जाता है
कैसे करें तैयारी?
- घर, ऑफिस और सार्वजनिक जगहों पर डिफिब्रिलेटर उपलब्ध रखें
- हर किसी को CPR और बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) सिखाएँ
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और नियमित रूप से चेकअप कराते रहें
Cardiac Arrest जीवन से खिलवाड़ नहीं – यह एक जानलेवा आपदा है। समय रहते नियन्त्रित जीवनशैली, नियमित जांच और CPR‑डिफिब्रिलेटर जैसी शुरुआती बचाव विधियाँ इसे रोक सकती हैं। अपने और अपने प्रियजनों की जान बचाने के लिए तैयार रहें और जागरूकता फैलाएं – क्योंकि वक्त रहते सावधानी ही सबसे बड़ी जीत है।
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