Bangladesh में Hindu-Mandir को गिराया गया: ढाका में दुर्गा मंदिर तोड़ने पर भारत ने आलोचना की!

Bangladesh की सरकार ने ढाका के खिलखेत सर्वजनीन दुर्गा Hindu-Mandir को बुलडोजर से गिरा दिया। हिंदू समुदाय के विरोध के बावजूद सेना और पुलिस ने मंदिर तोड़ा, जिस पर भारत ने आपत्ति जताई।
ढाका, 26 जून 2025: Bangladesh में Hindu-Mandir को गिराया गया: ढाका में दुर्गा मंदिर तोड़ने पर भारत ने आलोचना की!की मोहम्मद यूनुस सरकार ने राजधानी ढाका स्थित एक Hindu-Mandir को जमींदोज कर दिया है। यह मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित था और करीब 50 साल से दुर्गा पूजा का केंद्र रहा था। इस्लामी कट्टरपंथियों के दबाव में बांग्लादेश प्रशासन ने मंदिर को तोड़ने का आदेश दिया, जिसके बाद सेना और पुलिस ने हिंदू भक्तों के विरोध को दरकिनार करते हुए बुलडोजर से मंदिर को गिरा दिया।
मंदिर तोड़ने का आदेश किसने दिया?
ढाका डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर और डिविजनल एस्टेट ऑफिसर मोहम्मद नासिर उद्दीन महमूद के आदेश पर मंदिर को गिराया गया। यह मंदिर रेलवे की जमीन पर बना था, लेकिन दशकों से हिंदू समुदाय के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल था।
हिंदू भक्तों का दर्द
मंदिर गिराए जाने के समय वहाँ मौजूद हिंदू पुरुष और महिलाएँ बेबसी से रोते हुए यह नज़ारा देख रहे थे। मंदिर की मूर्तियाँ, पूजा सामग्री और धार्मिक वस्तुएँ बुलडोजर के नीचे कुचलकर नष्ट हो गईं। देवी काली और भगवान शिव की मूर्तियाँ टुकड़े-टुकड़े हो गईं। भारत ने आपात्ति जताते हुये कहा कम से कम मुर्तिया तो हटा देते !
इस्लामी कट्टरपंथियों का दबाव
इस घटना से पहले, 24 जून 2025 की रात को एक मुस्लिम भीड़ ने मंदिर पर हमला किया था और 12 घंटे का अल्टीमेटम देकर धमकाया था कि अगर मंदिर नहीं हटाया गया, तो वे खुद इसे तोड़ देंगे। हिंदू नेताओं ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन ने कोई मदद नहीं की।
भारत ने उठाए सवाल
इस घटना पर भारत ने बांग्लादेश सरकार की कड़ी आलोचना की है। भारत सरकार ने कहा कि अल्पसंख्यक हिंदुओं के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बांग्लादेश की जिम्मेदारी है।
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं। मंदिरों को तोड़ना, हिंदुओं को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करना और उनकी संपत्ति छीनना आम बात हो गई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
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