Boeing 787 ड्रीमलाइनर का डरावना सच- मार्च में इंजन रिप्लेस, जून में क्रैश, फेल हुआ थ्रॉटल !

अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर (AI‑171) टेकऑफ़ के 30 सेकंड में क्रैश हो गई; पायलट के ‘Thrust not achieved’ Mayday कॉल और हाल की इंजन मरम्मत ने सुरक्षा जांच को बढ़ाया।
लखनऊ 18 जून 2025: 12 जून 2025 की सुबह अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरते ही भारतीय नागरिक उड्डयन के इतिहास में एक नया, लेकिन त्रासद अध्याय जुड़ गया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो एक Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर थी, लंदन गेटविक के लिए रवाना हुई थी, लेकिन टेकऑफ़ के कुछ ही मिनटों बाद एक भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई। विमान में मौजूद 242 यात्रियों और क्रू मेंबर्स में से 241 की मौके पर ही मौत हो गई, और यह हादसा भारत में पिछले एक दशक का सबसे भयानक विमान हादसा बन गया। इस त्रासदी ने न केवल देश को गहरे शोक में डुबो दिया, बल्कि एविएशन सुरक्षा, इंजन रख-रखाव, पायलट प्रशिक्षण और बीमा जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस रिपोर्ट में हम इस दुखद घटना से जुड़ी हर अहम जानकारी, पायलट के आखिरी संदेश, ब्लैक बॉक्स से निकले तथ्य, और अब तक की जांच की स्थिति को विस्तार से सामने रखेंगे।
प्रमुख तथ्य
- विमान: एयर इंडिया बोइंग 787‑8 ड्रीमलाइनर (VT‑ANB), डिलिवरी: जनवरी 2014 (अब लगभग 12 साल पुराना)
- दुर्घटना तिथि: 12 जून 2025
- रूट: अहमदाबाद → लंदन गेटविक, फ्लाइट नंबर AI‑171
- सवारी: 242 (230 यात्री + 12 क्रू), जिसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई
- मौतें: जहाज़ पर 241, जमीन पर लगभग 33—कुल ~274–279 मृतक; 1 ही व्यक्ति बचा
रख‑रखाव और इंजन बदलाव
- बाईं ओर के राइड-साइड इंजन की तीन महीने पहले (मार्च 2025) मरम्मत और बदलाव किया गया।
- जून 2023 में विमान की डिटेल मेंटेनेंस जांच की गई थी; दिसंबर 2025 में अगला राउंड तय था।
- अप्रैल 2025 में एयर इंडिया ने बोइंग 787‑8 के बीमा कवरेज को ₹750 करोड़ से बढ़ाकर ₹850 करोड़ कर दिया था।
— ये तमाम तथ्य यात्रा सुरक्षा के संदर्भ में विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय हैं।
Boeing 787 के पायलट का अंतिम संदेश (ब्लैक बॉक्स डेटा)
- कप्तान Sumeet Sabharwal (8,200 फ्लाइट घंटे) ने टेकऑफ़ के 30–40 सेकंड के भीतर “Mayday, throttle not responding” जैसे शब्दों में मदद की गुहार लगाई
- जांच एजेंसियाँ स्पष्ट कर रही हैं कि कल नहीं, बल्कि “Thrust not achieved. Falling” — अंतिम वाक्यांश उड़ान के डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) से सामने आया।
- आखिरी रेडियो संवाद से पता चलता है कि इंजन में अचानक शक्ति क्षरण या कंट्रोल मशीनरी का फेलियर हो सकता है।
अब तक की जांच की स्थिति
जांच पॉइंट | विवरण |
---|---|
ब्लैक बॉक्स (FDR+CVR) | वसूला गया, बचे नहीं; कोलैबरेशन: भारत + यूके + यूएस |
डीजीसीए कार्रवाई | एयर इंडिया के पायलट एवं डिस्पैचर ट्रेनिंग रिकॉर्ड मंगाए; पूरे Boeing 787‑8/9 फ्लीट की सुरक्षा जांच शुरू |
एयर इंडिया फ्लीट निरीक्षण | 24 में से 9 Dreamliners की चेकिंग; सभी की जांच जल्द पूरी होगी |
त्वरित रिपोर्ट | प्रारंभिक रिपोर्ट 2–3 महीनों में; अंतिम कारण–जांच लंबित |
प्रभाव और संभावित परिणाम
- एयर वूमेन और बीमा: दावा ~₹3,000 करोड़—इतिहास में सबसे महंगा क्लेम; एविएशन इंश्योरेंस सेक्टर में भूचाल का अनुमान
- बोइंग की छवि: 787 का पहला फुल लॉस; स्टॉक 7–9% गिरे
- नियमों में सुधार: DGCA ने लगाने हैं इमरजेंसी ड्रिल्स, सख्त प्रशिक्षण और रख‑रखाव प्रोटोकॉल
यह दुर्घटना केवल एक विमान हादसा भर नहीं है—यह Boeing 787 की पहली पूर्ण क्षति, पायलट की दिल दहलाने वाली Mayday कॉल, इंजन मरम्मत के संदर्भ में रख‑रखाव की अहमियत और बड़ी बीमा निकालों का मर्म है। DGCA की चौक‑पकड़, ब्लैक बॉक्स विश्लेषण और तीन महीने में संभावित प्रारंभिक रिपोर्ट, मध्य‑आगामी भविष्य में भारतीय एविएशन के लिए निर्णायक कदम साबित होंगे।
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